अब मुझे शांत रहने दो
कि रात भर की नींद अब न खोने दो
दिन भर का काम बस पूरा होने दो
जितना परेशान रहना था, रह लिया —
अब मुझे शांत रहने दो
सबसे हल्की-सी दूरी सहने दो
मुझे खुद ही खुद में बहने दो
लोगों से थोड़ा मिलन, थोड़ी दूरी
अब मुझे खुद में खुश रहने दो
लोगों का "वक़्त" पर भासड़ कहने दो
मुझे मेरे ही समय में बहने दो
एक दिखाता नफ़रत, एक दिखाता प्यार
मुझे दोनों से थोड़ा दूर रहने दो
कुछ यूं ही मुझे कहने दो
अल्फाज़ों को यूं ही बहने दो
ना बांधो डोर मुझ पर कोई अब
जैसा भी हूं, मुझे वैसा ही रहने दो
थोड़ा सुधार ज़रूरी सही
थोड़ी ख्वाहिशें अधूरी सही
उन अधूरों को पूरा ढोने दो
मुझे खुद पर थोड़ा हावी होने दो
जिसको जो सोचना मेरे बारे में वो सोचे
चाहे खिसिया जाए या खंबा नोचे
मुझे मेरी बिल्ली के पांव धोने दो
मेरा मुझ पर ध्यान होने दो
मेरे बारे में सोच उनकी मर्ज़ी
अब मेरा बर्ताव ,उनकी नहीं, मेरी अर्ज़ी
अब मेरी हमदर्दी को थोड़ा खोने दो
मुझे मेरी सोच के साथ खुश होने दो
– शिनाख्त
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